![]() |
image source :- Google |
विश्व हीमोफीलिया दिवस (World Hemophilia Day) : 17 अप्रैल
शुरुआत कब हुई : -
• 17 अप्रैल,1989 को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया (WFH) के द्वारा, वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफिलिया के संस्थापक फ्रैंक श्नाबेल (Frank Schnabel's) को उनके जन्मदिवस पर सम्मान प्रदान करने के लिए विश्व हीमोफीलिया दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी और 17 अप्रैल,1990 से इस दिवस को मानने की शुरुवात हुई।
2021 विश्व हीमोफिलिया दिवस के लिए विषय "परिवर्तन के लिए अनुकूलन: एक नई दुनिया में निरंतर देखभाल (Adapting to Change: Sustaining care in a new world)" है
उद्देश्य : -
• इस दुर्लभ रोग के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना।
• सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार, "हीमोफीलिया का ईलाज मिसिंग ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर को हटाकर किया जा सकता है।" इसके अतिरिक्त इसके उपचार में इंजेक्शन का सहारा भी लिया जाता है। यह एक मेडिकल प्रक्रिया है जो डॉक्टरों की विशेष टीम की देखरेख में पूरी की जाती है।
हीमोफीलिया ( Hemophilia ) क्या है? : -
• यह एक दुर्लभ आनुवांशिक रक्तस्रावी रोग है जिसमें रक्त का थक्का ठीक से नहीं बन पाता, जिसके कारण व्यक्ति को चोट लगने पर रक्तस्त्राव (ब्लीडिंग) लम्बे समय तक होते रहता है। जब शरीर में क्लॉटिंग फैक्टर्स नामक एक प्रोटीन की कमी हो जाती है तो ऐसा होता है। इसके साथ ही हीमोफिलिया में आंतरिक रक्तस्त्राव का भी खतरा रहता है।
इसको कैसे पहचाना जाता है :-
• इस रोग की पहचान के लिए जेनेटिक टेस्टिंग की जाती है। हीमोफीलिया के मरीजों के लिए यह टेस्ट काफी विश्वसनीय माना जाता है।
क्या हीमोफिलिया का उपचार संभव है ?
• जीन थेरेपी के माध्यम से हीमोफिलिया का ईलाज किया जाता है जिसकी दवा हाल ही में रोगियों पर असर कारक सिद्ध हुई है।
• सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार, "हीमोफीलिया का ईलाज मिसिंग ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर को हटाकर किया जा सकता है।" इसके अतिरिक्त इसके उपचार में इंजेक्शन का सहारा भी लिया जाता है। यह एक मेडिकल प्रक्रिया है जो डॉक्टरों की विशेष टीम की देखरेख में पूरी की जाती है।
Read Also:-