जूनागढ़ किला, बीकानेर के बारे में रोचक तथ्य | Interesting Facts about Junagarh Fort in Bikaner, Rajasthan

भारत के सबसे प्रसिद्ध किलो में से एक जूनागढ़ किला भारतीय राज्य राजस्थान के सबसे खूबसूरत जिलो में से एक बीकानेर में स्थित है। यह किला भारत के सबसे धनी और ऐतिहासिक किलो में से एक है, यह किला 1589 में राजा राय सिंह द्वारा बनवाया गया था, जो बीकानेर के छठे शासक थे और मुग़ल बादशाह अकबर के दरबार के प्रमुख सेनापति भी थे। जूनागढ़ किला राजस्थान के उन कुछ किलों में से एक है, जिन्हें कभी जीता नहीं गया। जुनागढ़ किले के बारे में रोचक तथ्य इस प्रकार है :   

Junagarh Fort, Bikaner
Junagarh Fort, Bikaner

जूनागढ़ किला, बीकानेर  के बारे में रोचक तथ्य | Interesting Facts about Junagarh Fort in Bikaner, Rajasthan:-

1.किले का निर्माण बीकानेर के शासक राजा राय सिंह के प्रधान मंत्री करण चंद की निगरानी में किया गया था, लगभग 1589 ई. से 1594 ई. के मध्य में करवाया था, इस किले के निर्माण में लगभग 5 वर्षो से अधिक का समय लगा था|
 
2. जूनागढ़ किले का नाम किसी शासक राजा या सम्राट के नाम पर नहीं पड़ा है। स्थानीय भाषा में जूनागढ़ शब्द का मतलब पुराना किला होता है। किले को मूल रूप से “चिंतामणि” कहा जाता था और बाद में इसके संस्थापक राजा राय सिंह के शासनकाल में इसका नाम बदलकर जूनागढ़ कर दिया गया।

3. जूनागढ़ किला, राजस्थान के उन किलों में से एक है जो पहाड़ी की चोटी पर नहीं बना है। कई शासक आए और बीकानेर पर शासन किया और किले के अंदर कई संरचनाओं का निर्माण किया। यह किला बीकानेर में एक समतल भूमि पर चतुष्कोणीय आकार में बनाया गया है।

4. जूनागढ़ किला 5.28 हेक्टेयर में फैला हुआ है किले की लंबाई 986 मीटर है, दीवारों की चौड़ाई 4.4 मीटर और ऊंचाई 12 मीटर है। किला सफेद संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर से बने खूबसूरत मंदिरों, महलों और अन्य संरचनाओं से सुसज्जित है। इसमें 37 बुर्जों वाली 986 मीटर लंबी दीवार है जिसका प्रयोग तोपों के माध्यम से दुश्मन पर हमला करने के लिए किया जाता है। जूनागढ़ किला, बीकानेर मूल रूप से सुरक्षा कारणों से एक गहरी खाई से घिरा हुआ था, जो अब अस्तित्व में नहीं है।

5. जूनागढ़ किले में 7 द्वार मौजूद हैं। किले का मुख्य प्रवेश द्वार सूरज पोल से है, जो पूर्व की ओर है और सूर्य देवता के चित्रों से सजाया गया है। अन्य द्वार दौलत पोल), चांद पोल, करण पोल, फतेह पोल, फूल महल पोल और लक्ष्मी नाथ पोल हैं।

6. इस किले में बना करण महल भारतीय वास्तुकला का बेजोड़ उदाहारण है क्यूंकि इसमें 1 सुंदर बाग़, पत्थर और लकड़ी के बने स्तंभ, नक्काशीदार बालकनी और शीशे वाली खिड़कियां सम्मिलित है, जिनका निर्माण वर्ष 1680 ई. में करण सिंह ने मुगल सम्राट औरंगजेब पर अपनी जीत को चिन्हित करने के लिए किया था।

7. किले के अंदर बने फूल महल का निर्माण महाराज राय सिंह के द्वारा वर्ष 1571 से 1668 ई. के बीच में करवाया गया था इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि यह फूल महल जूनागढ़ किले का सबसे पुराना महल है।

8. किले के अंदर निर्मित करण महल का निर्माण महाराजा करण सिंह ने 1680 में सम्राट औरंगजेब पर अपनी जीत की याद में करवाया था। यह किले के सबसे पुराने महलों में से एक है और इसमें मुगल और राजपूत शैलियों का मिश्रण है। इसमें फव्वारों वाला एक सुंदर प्रांगण और चित्रित छत वाला एक मंडप है।

9. अनूप महल का निर्माण राजा अनूप सिंह ने 1690 में करवाया था। इसे पहले कर्ण महल कहा जाता था लेकिन अनूप सिंह ने इसमें लकड़ी की छतों के साथ-साथ दर्पण जड़े हुए कई कमरे बनवाए। अनूप महल राज्य के प्रशासनिक मुख्यालय के रूप में कार्य करता था। इसमें सुंदर लकड़ी की छतें हैं जिन पर दर्पण, इतालवी टाइलें और कला से सजी जालीदार खिड़कियां और बालकनियां हैं।

10.इस किले की एक सबसे प्रमुख संरचना चंद्र महल है जिसका निर्माण लगभग वर्ष 1713 राजा गज सिंह द्वारा करवाया गया था, इस महल में शाही बेडरूम और सोने से बनाई हुई भगवानो की प्रतिमाएं काफी लोकप्रिय है।

11. किले के अंदर बने गंगा महल का निर्माण महाराजा गंगा सिंह ने 1926 में अपने निवास और कार्यालय के रूप में करवाया था। यह किले के सबसे आधुनिक महलों में से एक है और इसमें राजस्थानी और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण है। इसमें क्रिस्टल झूमर वाला दरबार हॉल, दुर्लभ पुस्तकों वाला एक पुस्तकालय और प्राचीन हथियारों और कवच वाला एक संग्रहालय भी है।

12. इस किले के भीतर स्थित “किला संग्रहालय” (फोर्ट म्यूजियम) की स्थापना वर्ष 1961 ई. में "महाराजा राय सिंहजी ट्रस्ट" के नियंत्रण में महाराजा डॉ. कर्नी सिंहजी द्वारा की गई थी।

 जूनागढ़ किला न केवल बीकानेर की धरोहर है, बल्कि यह राजस्थान और भारत के समृद्ध इतिहास का भी अहम हिस्सा है। इसका भव्य वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक महत्व इसे एक अनमोल धरोहर बनाते हैं।

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