श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बारे में रोचक तथ्य | Facts About Thiruvananthapuram’s Shri Padmanabhaswamy Temple


श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित एक अत्यंत प्रसिद्ध और प्राचीन हिंदू मंदिर है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके गुप्त खजाने और अद्भुत वास्तुकला के कारण भी विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहाँ श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य दिए गए हैं:

Shri Padmanabhaswamy Temple

Shri Padmanabhaswamy Temple

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बारे में रोचक तथ्य |  Facts About Thiruvananthapuram’s Shri Padmanabhaswamy Temple:

1. श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को दुनिया का सबसे धनी मंदिर माना जाता है। 2011 में, मंदिर के तहखानों में छिपे खजाने की खोज के बाद इसकी संपत्ति का अनुमान अरबों डॉलर लगाया गया। यह खजाना सोने, चांदी, रत्न, और अनमोल आभूषणों से भरा हुआ था।

2. मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति को "अनंत शयनम" की मुद्रा में स्थापित किया गया है, जहाँ वे नागराज अनंत पर लेटे हुए हैं। यह मूर्ति अद्वितीय है और लगभग 18 फीट लंबी है, जो तीन हिस्सों में विभाजित है: सिर, नाभि, और पैर।

3. पद्मनाभस्वामी मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है और माना जाता है कि इसका निर्माण 6वीं सदी में हुआ था। इस मंदिर का उल्लेख विभिन्न प्राचीन ग्रंथों और शिलालेखों में मिलता है।

4. त्रावणकोर के राजाओं को इस मंदिर का संरक्षक माना जाता था। त्रावणकोर के महाराज ने स्वयं को भगवान पद्मनाभस्वामी का "दास" घोषित किया था और यह परंपरा आज भी चली आ रही है।

5. मंदिर के छह प्रमुख तहखाने हैं, जिन्हें 'केवल' (A से F) के नाम से जाना जाता है। इनमें से पांच तहखानों को 2011 में खोला गया, लेकिन छठे तहखाने (तहखाना B) को अब तक नहीं खोला गया है, और इसे लेकर कई रहस्य और धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं।

6. मंदिर का निर्माण द्रविड़ और केरल वास्तुकला शैली में किया गया है। इसकी दीवारों पर सुंदर नक्काशियाँ और मूर्तियाँ हैं जो रामायण और महाभारत की कहानियों का चित्रण करती हैं।

7. पद्मनाभस्वामी मंदिर की सुरक्षा बहुत कड़ी है। खजाने की खोज के बाद, इस मंदिर की सुरक्षा को और भी मजबूत किया गया है। मंदिर के चारों ओर कई सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और इसे हाई-टेक सुरक्षा प्रणालियों से लैस किया गया है।

8. मंदिर में प्रवेश के लिए विशेष ड्रेस कोड का पालन किया जाता है। पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी या पारंपरिक पोशाक पहननी होती है। यहां पश्चिमी पोशाक में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

9. मंदिर में नियमित रूप से कई धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव आयोजित होते हैं, जिनमें "मुराजपम" (भगवद् गीता और वेदों का पाठ) और "पंगुनी उथिरम" (श्री पद्मनाभस्वामी की शादी का उत्सव) प्रमुख हैं।

10. पद्मनाभस्वामी मंदिर को भगवान विष्णु का मुख्य निवास स्थान माना जाता है। इसे 'सप्त विट्टं' (सात मंदिरों) में से एक माना जाता है, जो भगवान विष्णु के परम निवास के रूप में जाने जाते हैं।

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसके खजाने और प्राचीन इतिहास के कारण भी यह दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहाँ की संस्कृति, वास्तुकला, और धार्मिक परंपराएँ इसे एक अद्वितीय धरोहर बनाती हैं।
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