सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित भगवान गणेश का एक प्रमुख मंदिर है, जो अपनी आस्था, चमत्कारिक मान्यताओं, और अद्वितीय वास्तुकला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है।
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Siddhivinayak Temple |
यहां सिद्धिविनायक मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य दिए गए हैं | Facts About Siddhivinayak Temple
1. सिद्धिविनायक मंदिर की स्थापना 19 नवंबर 1801 को की गई थी। उस समय यह एक छोटा सा मंदिर था, लेकिन समय के साथ यह एक विशाल और भव्य मंदिर में परिवर्तित हो गया।
2. इस मन्दिर को सिद्धिविनायक इसीलिए कहा जाता है, दरअसल भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध रूप है। इस रूप में भगवान की सूंड दाईं तरफ मुड़ी है। गणेश की ऐसी प्रतिमा वाले मंदिर सिद्धपीठ कहलाते हैं।
3. सिद्धिविनायक की दूसरी खास बात चतुर्भुजी विग्रह है। उनके ऊपरी दाएं हाथ में कमल और बाएं हाथ में अंकुश है और नीचे के दाहिने हाथ में मोतियों की माला और बाएं हाथ में मोदक भरा कटोरा है।
4. सिद्धिविनायक मंदिर की गिनती भारत के सबसे अमीर मंदिरों में की जाती है. कहते हैं कि मंदिर हर साल 100 मिलियन से 150 मिलियन धनराशी दान के रूप में प्राप्त करता है. इस मंदिर की देखरेख करने वाली संस्था मुंबई की सबसे अमीर ट्रस्ट है. ट्रस्ट द्वारा संग्रहित धन का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, और समाजसेवा के विभिन्न कार्यों में किया जाता है।
5. सिद्धिविनायक मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। मंदिर में एक मुख्य गुंबद के साथ चार और गुंबद हैं, जो इसे भव्यता प्रदान करते हैं। गर्भगृह की छत सोने से मढ़ी हुई है, जो इसे दिव्य और शानदार बनाती है।
6. भक्तगण भगवान गणेश को नारियल अर्पित करते हैं, जो यहां की एक प्रमुख धार्मिक परंपरा है। कहा जाता है कि नारियल अर्पण करने से भगवान गणेश भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
7. सिद्धिविनायक मंदिर में बॉलीवुड सितारों से लेकर राजनेताओं तक कई प्रसिद्ध हस्तियाँ नियमित रूप से दर्शन करने आती हैं। इस मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व सभी के दिलों में खास स्थान रखता है।
8. दिर में डिजिटल दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध है, जहाँ भक्त ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम के माध्यम से गणपति बप्पा के दर्शन कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन भक्तों के लिए उपयोगी है जो मंदिर तक पहुँचने में असमर्थ होते हैं।
9. दिर ट्रस्ट द्वारा एक विशाल अन्नदान कार्यक्रम भी चलाया जाता है, जिसमें हजारों लोगों को नि:शुल्क भोजन प्रदान किया जाता है। यह सेवा विशेष रूप से गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए है।
10. सिद्धिविनायक मंदिर में गणेश चतुर्थी का पर्व विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है और भव्य पूजा-अर्चना की जाती है।
सिद्धिविनायक मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह मुंबई की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिकता का प्रतीक भी है। भक्तों का विश्वास है कि यहाँ आकर भगवान गणेश उनकी सभी परेशानियों का समाधान करते हैं और उन्हें सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देते हैं।
2. इस मन्दिर को सिद्धिविनायक इसीलिए कहा जाता है, दरअसल भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध रूप है। इस रूप में भगवान की सूंड दाईं तरफ मुड़ी है। गणेश की ऐसी प्रतिमा वाले मंदिर सिद्धपीठ कहलाते हैं।
3. सिद्धिविनायक की दूसरी खास बात चतुर्भुजी विग्रह है। उनके ऊपरी दाएं हाथ में कमल और बाएं हाथ में अंकुश है और नीचे के दाहिने हाथ में मोतियों की माला और बाएं हाथ में मोदक भरा कटोरा है।
4. सिद्धिविनायक मंदिर की गिनती भारत के सबसे अमीर मंदिरों में की जाती है. कहते हैं कि मंदिर हर साल 100 मिलियन से 150 मिलियन धनराशी दान के रूप में प्राप्त करता है. इस मंदिर की देखरेख करने वाली संस्था मुंबई की सबसे अमीर ट्रस्ट है. ट्रस्ट द्वारा संग्रहित धन का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, और समाजसेवा के विभिन्न कार्यों में किया जाता है।
5. सिद्धिविनायक मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। मंदिर में एक मुख्य गुंबद के साथ चार और गुंबद हैं, जो इसे भव्यता प्रदान करते हैं। गर्भगृह की छत सोने से मढ़ी हुई है, जो इसे दिव्य और शानदार बनाती है।
6. भक्तगण भगवान गणेश को नारियल अर्पित करते हैं, जो यहां की एक प्रमुख धार्मिक परंपरा है। कहा जाता है कि नारियल अर्पण करने से भगवान गणेश भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
7. सिद्धिविनायक मंदिर में बॉलीवुड सितारों से लेकर राजनेताओं तक कई प्रसिद्ध हस्तियाँ नियमित रूप से दर्शन करने आती हैं। इस मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व सभी के दिलों में खास स्थान रखता है।
8. दिर में डिजिटल दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध है, जहाँ भक्त ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम के माध्यम से गणपति बप्पा के दर्शन कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन भक्तों के लिए उपयोगी है जो मंदिर तक पहुँचने में असमर्थ होते हैं।
9. दिर ट्रस्ट द्वारा एक विशाल अन्नदान कार्यक्रम भी चलाया जाता है, जिसमें हजारों लोगों को नि:शुल्क भोजन प्रदान किया जाता है। यह सेवा विशेष रूप से गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए है।
10. सिद्धिविनायक मंदिर में गणेश चतुर्थी का पर्व विशेष धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है और भव्य पूजा-अर्चना की जाती है।
सिद्धिविनायक मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह मुंबई की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिकता का प्रतीक भी है। भक्तों का विश्वास है कि यहाँ आकर भगवान गणेश उनकी सभी परेशानियों का समाधान करते हैं और उन्हें सुख, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद देते हैं।
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