श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के बारे में रोचक तथ्य | Facts About Shri Ram Janambhoomi Temple


Shri Ram Janambhoomi

Shri Ram Janambhoomi Temple

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के बारे में रोचक तथ्य | Facts About Shri Ram Janambhoomi Temple:-

1. राम मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्तिथ है।

2. राम मंदिर की नींव के 200 फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल डाला गया है. इस डिवाइस में मौजूदा मंदिर और दुनिया से जुड़ी सारी जानकारी का डेटा रिकॉर्ड किया गया है ताकि 100 साल बाद भी लोगों को मंदिर के बारे में सही जानकारी मिल सके.

3. राम मंदिर का भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था. मंदिर की आधारशिला में 40 किलो चांदी की ईंट लगाई गई थी.

4. राम मंदिर का कुल क्षेत्रफल 2.7 एकड़ है लेकिन मंदिर 54,700 वर्ग फीट में बना है. मंदिर, 360 फीट लंबा, 235 फीट चौड़ा, 161 फीट ऊंचा है.

5. राम मंदिर में कुल 3 मंजिल हैं, प्रत्येक मंजिल 20-20 फीट की बनी है. ग्राउंड 160 कोलम पर, पहली मंजिल 132 कोलम पर और दूसरी मंजिल 74 कोलम पर बनी है

6.
श्रीराम मंदिर के गर्भगृह की आसन शिला मकराना मार्बल (संगमरमर) से बनी है

7. यह मंदिर पूरी तरह से पत्थरों से बनाया गया है. मंदिर के निर्माण में स्टील, लोहे की बजाय तांबा, सफेद सीमेंट और लकड़ी जैसे अन्य मेटेरिअल का इस्तेमाल हुआ है.

8. मंदिर के निर्माण में जिन ईंटों का इस्तेमाल किया गया है उन पर राम नाम अंकित है. राम मंदिर में 620 किलो वजनी घंटा लगाया गया है जिसे रामेश्वरम से लाया गया है. और इस घंटी की गूंज दूर-दूर तक सुनाई देगी

9. चन्द्रकांत सोमपुरा,निखिल सोमपुरा और अशीष सोमपुरा ने मंदिर का डिजाइन तैयार किया है. सोमपुरा परिवार आर्किटेक्ट हैं और कई वर्षों से मंदिर और भवन निर्माण में माहिर हैं.

10. राम मंदिर को कुछ इस तरह से बनाया गया है कि यह 8 से 10 रिएक्टर स्केल को आसानी से झेल सकता है.

11. मंदिर के निर्माण में कर्नाटक की अंजनी नामक पहाड़ी से पत्थर लाया गया, जहां भगवान हनुमान का जन्म हुआ था.

12. राम मंदिर के निर्माण में देश की अलग-अलग नदियों का पानी और स्वच्छ कुंडोंका पानी काम में लिया गया है. इनके साथ मानसरोवर जल और जैन्तिया हिल्स में 600 साल पुराने दुर्गा मंदिर का जल, मिंटांग और मिंटडु नदी का जल, पवित्र जल मिश्रण भी लाया गया है.

13. राम मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र संस्था द्वारा बनवाया जा रहा है और इसे बनाने का जिम्मा लार्सन एंड टूब्रो (L&T) द्वारा किया जा रहा है.

14. मंदिर की नींव का लेआउट 2587 क्षेत्रों से आई पवित्र मिट्टी से बनाया गया है जिसमें शिवाजी किला, यमुनोत्री, स्वर्ण मंदिर, झाँसी, चित्तौड़गढ़, हल्दीघाटी और बिथुरी जैसे पवित्र स्थान शामिल हैं.

15. मंदिर निर्माण के लिए सबसे पहले योगदान की शुरुआत देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जनवरी 2021 में 5 लाख रुपये दान कर की थी. अप्रैल 2021 तक पूरे भारत से दान की राशि लगभग 5,000 करोड़ रूपये तक पहुच गई थी.

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